
रोज आकर ,थपथपाता है कोई !
करवटें मुझको बदलता पाकर ,
हाथ बालों में, फिराता है कोई !
जब कभी दर्द , न सोने दें मुझे ,
नींद को,लोरी सुनाता है कोई !
एक बच्चे से ही, तो गलती हुई !
पूरे जीवन , रूठ जाता है कोई !
जब कभी आँख से आंसू छलके,
हिम्मतें मुझको दिलाता है कोई
कितनी रातें रूठ कर खाया नहीं
एक कौरा,मुंह में दे जाता कोई !